Saturday 25 July 2015

‪#‎रात_की_बात_लप्रेक‬ ( लघु प्रेम कथा-लप्रेक )

मॅ मोदी सा बोलता गया ..
तुम मनमोहन सी चुप
होना क्या था 
इश्क लोकपाल बिल हो गया
तुम्हारे पिता भी अन्ना निकले
पता ही नही चला मेरे पक्ष मे हॅ
या विपक्ष मे
सगे संबंधी तो
रामदेव ऑर अग्निवेश की तरह
धीरे धीरे खिसक गए
अगर इंतजार हॅ किसी
राहुल गांधी का तो मॅ
अपने सारे किये हुए वादे पर
टर्न लेता हु
ऑर दुआ करो
मेरी जिन्दगी मे भी

 कोइ हेमा मालिनी टकरा जाए

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