Friday 6 June 2014

विवाद

विवाद

विवाद दो द्रॉपदी चीर हरण पे हुआ था,
सीता अग्निगमन और दुर्योधन वध पे भी
विवाद हे कृ्ष्ण ! तेरे रण छोड होने पे भी हुआ था
विवाद केवल विवाद के लिये नही होता,
कभी विवाद नई विवाद को जन्म देने के लिये होता है
कभी विवाद ईसलिये ताकी कोई विवाद को
विवाद तो गौतम तुम पर भी हुआ था,
हिंसक विवाद ताकी
अहिंसा पे कापीराईट किसका है ये साबित हो
बीते दिनो विवाद गांधी पे था, भगत सिंह के साथ
सिर्फ विवाद के लिये ,
ना भगत सिंह के लिये ना गांधी के लि्ये
 ना देश कि लिये ,
उन लोगो के लिये जिनकी
रोजी रोटी विवाद से चलती है ,
जब तक विवाद चलता है , नफरत का चुल्हा जलता है
विवाद तो वो कला है जिसमे सत्य से ज्यादा ,
ज्यादा शब्द ,वाकपटुता स्थान रखती है
तभी तो सुकरात और मीरा ने मौन थामा था ,
आईये विवाद करते है ,
वार्तालाप कभी और

Saurav Kumar Sinha


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