Monday 12 May 2014

सब ताने है तीर कमान गंगा तेरे घाट पे

सब ताने है तीर कमान गंगा तेरे घाट पे
सिकुड गया है हिन्दुस्तान  गंगा तेरे घाट पे

काशी को जीता जिसने भी पाप सभी धुल जाएंगे
अंधो की है सजी दुकान गंगा तेरे घाट पे

कोई टोपी बांट रहा है , कोई टोपी फाड  रहा है
सबकी अपनी सजी दुकान गंगा तेरे घाट पे

बाबा तेरी पुजा को देश भर से आए है
चंद दिनो के कुछ मेहमान गंगा तेरे घाट पे

देश का छोडो , अब काशी मे आओ मिल के शामिल हो
देश का करने पिंडा दान गंगा तेरे घाट पे

नारो वादो और नफरत से अब भी पुरी अछुती है
बिसमिल्लाह की मिठी तान गंगा तेरे घाट पे



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