गंगा गंडक सोन का पानी ,
लव कुश की वो कहानी
रामा कहा गए वो दिन !!!!
गांव अनाज सरसो की बलिया , धान धुल ऑ किसान
क्च्ची- पक्की सडक दुअरिया, नीपा- पुता मकान
एक मचान पे सब बॅठे हॅ क्या मजुर सरपंच
सुबह कान अजान पडे हॅ , साम श्याम गुनगान
रामा कहा गए वो दिन !!!!
पीपल नीम पछुआ पुरवा मे , बिता सरा बचपन
सब थे एक समान रे भईया !! का माटी का चंदन
भले नाम अनेक हुए हॅ जात धरम अनेक हुए हॅ
सबके लिये समान बरसता , ईंद्रदेव का सावन
रामा कहा गए वो दिन !!!!
लव कुश की वो कहानी
रामा कहा गए वो दिन !!!!
गांव अनाज सरसो की बलिया , धान धुल ऑ किसान
क्च्ची- पक्की सडक दुअरिया, नीपा- पुता मकान
एक मचान पे सब बॅठे हॅ क्या मजुर सरपंच
सुबह कान अजान पडे हॅ , साम श्याम गुनगान
रामा कहा गए वो दिन !!!!
पीपल नीम पछुआ पुरवा मे , बिता सरा बचपन
सब थे एक समान रे भईया !! का माटी का चंदन
भले नाम अनेक हुए हॅ जात धरम अनेक हुए हॅ
सबके लिये समान बरसता , ईंद्रदेव का सावन
रामा कहा गए वो दिन !!!!
Wah wah cha gaye Saurav Sir
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